B pharma detail and D Pharma
शुरु आत कैसे करे
बारहवीं (पी सी बी या पी सी एम) से आवश्यकता है ।
ग्रेजुएट स्तर पर फार्मेंसी के क्षेत्र मे दो कोर्स है-
1 फार्मा बी (बैचलर इन फार्मेंसी-4 साल)
2 डी फार्मा (डिप्लोमा इन फर्मेंसी-2 साल)
प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
ग्रेजुएट स्तर पर ऐसे संस्थाएं नीट के स्कोर पर प्रवेश देते है, तो कुछ 12 वी के ग्रेड पर मेरिट से प्रवेश देते है । स्टेट स्तर की परीक्षाएं जैसे राजस्थान, महारास्ट्र की एमएचटी सीईटी आर यूएचएस फर्मेंसी, छत्तीशगढ़ का सीजी पीपीएचटी भी इसका रास्ता खोलती है । पी जी के लिए ग्रेजुएट फर्मेंसी (जी पी ए टी) और एन आई पी ई आर जैसी प्रवेश परीक्षाएं होती है ।
प्रमुख संस्थान....
लखनऊ यूनिवर्सिटी, गुरु काशी यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद, एमिटी यूनिवर्सिटी, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, देहरादून आदि ।
बी फार्मा के अवसर
सरकारी मौके : फ़ार्माकोपिय सरकारी क्षेत्रों मे कमीससन, पी सी आई और अन्य स्टेट फार्मेंसी कॉउंसलिंग के माध्यम से रोजगार के कई मौके मिलते है । जैसे की
1 फार्मासिस्ट
2 फार्माकोविजिलेंस
3 ड्रग इंस्पेक्टर आदि ।
निजी क्षेत्र के मौके
प्राइवेट नौकरियों में 25-40हजार प्रति माह कमा सकते है। अभ्यास के साथ मे इसमें अच्छी इनकम मिलती है निजी फार्मा कंपनियों में दवाई से संबंधित शोध और अनुसंधान में बहुत काम हो रहा है । इसके अतिरिक्त ड्रग कंपनियों के सेल्स एंड मार्केटिंग, क्वलिटी एश्योरेंस, क्वालिटी कंट्रोल, रिसर्च आदि से संबंधित अवसर प्राप्त होते है । फार्मासिस्ट लाईसेंस लेकर खुद का काम कर सकते है । निजी अस्पतालो की क्लीनिक या फर्मेंसी मे फार्मासिस्ट काम कर सकते है ।
हेल्थ केयर के क्षेत्र से जुड़ने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए फार्मा सेक्टर एक अच्छा विकल्प है । ऐसे क्षेत्र को सरकारी सहयोग भी मिल रहा है और इसकी सेवा ओ की जरूरत है । इसीलिए अन्य स्वास्थ सेवा क्षेत्रों के स्नातकों की तुलना में फर्मेंसी स्नातकों की रोजगार दर अधिक गुना है । इस कोर्स में दाखिला भी नीट जैसी प्रवेश परीक्षाओं से आसान होता है ।
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