निर्जलीकरण वह स्थिति है जब शरीर में पानी कम हो जाता है। यह तब होता है।,जब शरीर से अधिक पानी निकल जाता है यह अधिक पसीना निकले उलटी,दस्त या अधिक पानी ना पीने के कारण होता है।पुरुषों के शरीर में लगभग 60% पानी होता है महिलाओं के शरीर में लगभग 50-55% पानी होता है बच्चों के शरीर में 65-75% तक पानी हो सकता है बुज़ुर्गों में यह प्रतिशत कम होकर लगभग 50% तक हो जाता है।

गर्मी में होती है डिहाइड्रेशन(Dehydration occurs in summer in Hindi)
- अधिक तापमान और उमस
- शरीरिक गतिविधियाँ
- पानी पीने की आदत में कमी
- शराब और कैफीन का सेवन उचित आहार न लेना
निर्जलीकरण के प्रकार(types of dehydration in hindi)
इसमें कई डिहाइड्रेशन होता है इसमें हमने तीन को बताया है जो इस प्रकार होते हैं…..
- हल्का निर्जलीकरण: इसके लक्षणों में प्यास लगना, मुंह सुखना, थकान और पेशाब का रंग गहरा होना शामिल है।
- मध्यम निर्जलीकरण: इसमें कमजोरी, तेज प्यास,चक्कर, काम पेशाब और त्वचा का सूखापन जैसा लक्षण दिखता है।
- गंभीर निर्जलीकरण: इसमें बेहोशी, तेज दिल की धड़कन बहुत कम या ना के बराबर पेशाब ब्लड प्रेसर गिरना जैसा शामिल है।
निर्जलीकरण के लक्षण(symptoms of dehydration in hindi)
डिहाइड्रेशन के लक्षण में अत्यधिक प्यास लगना मुंह सूखापन जैसा दिखता है जो इस प्रकार है-
- त्वचा का तापमान कम होना।
- दिल तेजी से धड़कना और सांस में वृद्धि।
- चक्कर आना और बेहोसी आना।
- मानसिक भ्रम और चिड़चिड़ापन।
निर्जलीकरण के प्रभाव(Effects of dehydration in hindi)
डिहाइड्रेशन के प्रभाव से शरीर पर गंभीर हो सकता है लंबे समय तक पानी की कमी से किडनी पर असर पड़ता है और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
डिहाइड्रेशन के उपचार (Treatment of dehydration in Hindi)
- पानी पिये।
- खेल के दौरन हाइड्रेशन।
- उचित आहार ओ आर एस का उचित सेवन।
- चिकित्सा सहायता।
निर्जलीकरण कौन-कौन सी समस्याएँ हो सकती है(What problems can dehydration cause in Hindi ?)
- शरीर में पानी की कमी से शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
- त्वाचा शुस्क हो जाती है और पेशाब का रंग गहरा हो जाता है।
- बच्चों और बुजुर्गों में इसका खतरा अधिक होता है।
- गंभीर मामलों में लो ब्लड प्रेशर तेज हृदय गति और बेहोशी तक हो सकती है।
निर्जलीकरण से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव(Effects of dehydration on the body in Hindi)
निर्जलीकरण का शरीर पर बहुत ही प्रभाव पड़ता है पानी की कमी से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसका मुख्य प्रभाव हो सकता है।
- . त्वचा का लचीलापन कम होना :पानी की कमी से त्वाचा सुख जाती है और उसका लचीलापन कम हो जाता है।
- मानसिक कार्यों में कमी: डिहाइड्रेशन से मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ता है और सोचने की क्षमा कामजोर हो जाती है।
- मांसपेशियां में ऐठन : शरीर में पानी की कमी से मसपेशियों में ऐठन हो सकती है।
- ऊर्जा की कमी : शरीर में ऊर्जा की कमी होती है और व्यक्ति थकान महसूस करने लगता है।